=> मांगलिक-दोष क्या होता है ?
भारतीय ज्योतिष विद्या के अनुसार यदि मंगल ग्रह इन्सान की जनम-कुंडली के पहले,चौथे,सातवे,आठवें और बारवे घर में स्थित हो तो जातक की जनम कुंडली में मंगल ग्रह का दुष्ट प्रभाव है तो इन्सान की कुंडली में जो दोष या योग बनता है उसे ही हम "मांगलिक-दोष" कहते है।जिन लोगो की जनम-कुंडली में मांगलिक दोष होता है उनकी शादी में बहुत ज्यादा परेसानी आती है। दूसरी और देखा जाये तो मंगल की स्थिति से रोजगार एवं कारोबार में प्रगति होती है।
![]() |
HTTP://ASTROLOGYWEBDUNIA.BLOGSPOT.COM |
इन्सान के जीवन में मांगलिक दोष होने वेसे तो कई प्रकार के प्रभाव इन्सान के सामान्य जीवन पर पड़ता है , तो आइये जानते है कुछ मुख्य-मुख्य प्रभाव जो की निम्लिखित दिए गए है।
* मांगलिक दोष व्यक्ति के विवाह में समश्या पैदा करता है।
* रिस्ता होने के भाड़ में टूट जाना।
* काफी उम्र होने के वावजूद भी इन्सान की शादी न होना।
* शादी के भाड़ पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में परेशानिया आना। और मामला तलाक तक पाउच जाना।
* इन्सान का चरित्र-हीन हो जाना।
* धन की कमी होना ,कारोबार में लगातार नुक्सान होना ,दुर्गटना का हो जाना।
* संतान से सम्बंदित समश्या आना।
=> मांगलिक-दोष का निवारण / उपाय :-
जातक को मांगलिक दोष होने पर इसका सबसे सरल और उत्तम उपाय यह है की जिससे शादी होने वाली है उसकी जनम-कुंडली में भी सामान भाव का मांगलिक दोष हो। इस प्रकार से वर और वधु दोनों की कुंडली में मंगल दोष का बुरा प्रभाव नस्ट हो जाता है। इस करने से वर-वधु को मंगल-दोष से समबधिद कोई परेशानिया नहीं आती है।* अगर किसी जातक को मांगलिक दोष है तो उसकी शादी भी usi के साथ करनी चाहिए जिसको मांगलिक दोष हो।
* जातक का 'पीपल'कुम्भ 'और सालिगराम विवाह कराया जाना चाहिए और मंगल-यन्त्र का पूजन आदि करके जातक का विवाह अचे गृह वाले इन्सान के साथ करवा सकते है।
* हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करे और गणेश-पूजन तथा मंगल-यन्त्र की पूजा करे।
![]() |
HTTP://ASTROLOGYWEBDUNIA.BLOGSPOT.COM |
0 comments:
Post a Comment
कमैंट्स करने के लिए धन्यवाद् !
अभी हमारे अस्त्रोलोगेर गुरूजी व्यस्त है।
आशा है की गुरूजी जल्द ही आपकी सेवा में हाजिर होंगे।
Thanks For Regarding By Astrologer Guruji